साल 2018 के नोबेल पुरस्कार घोषित
नोवेल पुरस्कार साहित्य, चिकित्सा विज्ञान, भौतिकी, रसायन, अर्थशास्त्र
विज्ञान एवं शांति के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्टतम कायों के लिए प्रदान किए जाते
हैं। यह पुरस्कार डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की याद में नोबेल
फाउण्डेशन द्वारा दिया जाता है । मृत्यु से पहले उन्होंने अपनी संपत्ति का बड़ा
हिस्सा एक ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया था। उनकी यह इच्छा थी कि इस संपत्ति से
उन लोगों को सम्मानित किया जाए, जो मानव जगत को कल्याणकारी
और खुशहाल बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान दें। गौरतलब है कि वर्ष 1900 में नोबेल फाउण्डेशन की स्थापना हुई और 1901 से यह
पुरस्कार दिए जा रहे हैं। वर्ष 1901 से 2017 तक कुल 895 बार व्यक्तियों और 27 बार संगठनों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
शांति के
लिए डेनिस और नादिया सम्मानित
दुनियाभर
के युद्धग्रस्त क्षेत्रों में यौन हिंसा के खिलाफ काम करने के लिये कांगों के
महिला रोग विशेषज्ञ डेनिस मुकवेगे और यज़ीदी कार्यकर्ता नादिया मुराद को 2018 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिये चुना गया है। 25 वर्षीय
नादिया को यह सम्मान दुष्कर्म के विरुद्ध जागरुकता फैलाने के लिये दिया गया है। 2014
में नादिया को आईएस ने अगवा कर लिया था। नादिया दुनिया भर में
लड़कियों के लिये प्रेरणस्रोत बन गईं हैं।
मेडिसिन के लिए
साल 2018 के लिये नोबेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गयी है। स्वीडन के स्टॉकहोम स्थित
कैरोलिंसका इंस्टीट्यूट में हुए एक समारोह में फिजियोलॉजी और मेडिसिन के क्षेत्र
में संयुक्त रूप से दो प्रतिरक्षा वैज्ञानिक अमेरिका के जेम्स एविसन और जापान के
तासुकु होन्जो को नोबेल पुरस्कार के लिये चुना गया। यह पुरस्कार ‘ऋणात्मक प्रतिरक्षा विनियमन' के अवरोध से कैंसर
थेरेपी की खोज के लिए संयुक्त | रूप से दिया गया है।
भौतिकी के
लिए
लेज़र
भौतिकी के क्षेत्र में आविष्कार के लिए अमेरिका के ऑर्थर आस्किन, फ्रांस के जेराई मोउरो और कनाडा की डोना स्ट्रिकलैंड को संयुक्त रूप से
चुना गया। इन वैज्ञानिकों के आविष्कार ने दृष्टि दोष को दूर करने के लिए इस्तेमाल
किए जाने वाले अत्याधुनिक औजारों ऑप्टिकल ट्वीजर्स को ईजाद किया। गौरतलब है कि 52
साल बाद किसी महिला वैज्ञानिक को भौतिकी में नोबेल पुरस्कार दिया
गया है।
रसायन के
लिए
रसायन के
क्षेत्र में वर्ष 2018 का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से अमेरिकी वैज्ञानिक फ्रांसिस
एच अर्नाल्ड और जॉर्ज पी स्मिथ तथा ब्रिटिश अनुसंधानकर्ता ग्रेगरी पी विंटर को
दिया गया है। तीनों वैज्ञानिकों को एंजाइम, पेप्टाइड्स और
एंटीबॉडीज पर शोध के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। अर्नाल्ड, कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर हैं, जबकि जॉर्ज स्मिथ यूनिवर्सिटी ऑफ मिसूरी और ग्रेगरी विंटर कैंब्रिज
यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है।