CLASS XII : PHYSICS (Photoelectric Effect-Q&A) 15 September 2018


PHYSICS : Photoelectric Effect (Hindi Medium)
Material Code:15092018
Q.1 किसी धातु के लिए कार्य फलन को परिभाषित कीजिए ?
Ans. धातु की सतह से बस ठीक बाहर ही आने के लिए इलेक्ट्रोन को आवश्यक न्यूनतम ऊर्जा की मात्रा को धातु का कार्यफलन कहते है I
Q.2 प्रकाश विधुत प्रभाव को परिभाषित कीजिए ?
Ans. प्रकाश संवेदी सतह पर किसी विशिष्ट आवृति या इससे उच्च आवृति का प्रकाश डाला जाता है तो उससे इलेक्ट्रोन उत्सर्जित होते है I इस परिघटना को प्रकाश विधुत प्रभाव कहते है I
Q.3 निरोधी विभव को परिभाषित कीजिए ? यह किस कारक पर निर्भर करता है ?
Ans. संग्राहक प्लेट के ऋण विभव का वह मान जिस पर प्रकाश विधुत धारा का मान शून्य हो जाता है, निरोधी विभव कहलाता है I इसका मान आपतित प्रकाश की आवृति पर निर्भर करता है I
Q.4 प्रकाश विधुत प्रभाव की घटना में देहली तरंगदैघ्र्य को परिभाषित कीजिए I
Ans. किसी धातु के देहली आवृति, प्रकाशीय ऊर्जा की वह न्यूनतम आवृति होती है जिससे कम आवृति का प्रकाश डालने पर धातु की सतह से फोटो-इलेक्ट्रोन का उत्सर्जन प्रारम्भ नहीं होता है I
Q.5 किसी द्रव्य से सम्बद्ध दे-ब्राग्ली परिकल्पना लिखिए I
Ans. दे-ब्राग्ली परिकल्पना - "प्रत्येक गतिशील द्रव्य कण से सम्बद्ध एक तरंग होती है जिसे द्रव्य तरंग कहते है" अर्थात प्रकाश की भांति द्रव्यकणों की भी द्वैत प्रकृति होती है I
द्रव्य तरंग का तरंगदैघ्र्य कण के संवेग के व्युत्क्रमानुपाती होता है -

Q.6 हाइजेनबर्ग का अनिश्चितता का सिद्धान्त लिखिए ?
Ans. किसी भी एक क्षण पर एक कण की स्थिति एवं संवेग का एक साथ एक ही दिशा में पूर्ण रूप से यथार्थता पूर्वक निर्धारण नहीं किया जा सकता है I इसके अनुसार -
Q.7 दे-ब्राग्ली तरंगदैघ्र्य परिकल्पना के आधार पर किसी आवेशित कण की तरंगदैघ्र्य के लिए व्यंजक प्राप्त कीजिए I
Ans. माना m द्रव्यमान एवं q आवेश का कोई कण विभवान्तर V से त्वरित किया जाता है इसकी गतिज ऊर्जा निम्न प्रकार होगी -
K=qV
अतः दे-ब्राग्ली तरंगदैघ्र्य परिकल्पना के अनुसार -


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